Mulla 3 Strange tales

Mulla 3 Strange tales

Mulla 3 Strange tales

1. Mulla 3 Strange tales मुल्ला की 3 अजीब कहानियाँ कहानी 1

Mulla 3 Strange tales मे सुनें – एक दिन मं.न. एक तालाब में गिरने से बच गया क्योंकि उसके साथ चलने वाले एक आदमीने उसे पकड़ लिया और उसकी जान बचाई ।अब जब दोनों मिलते थे, वह आदमी और लोगोंको हमेशा दिखाता था कि उनको बचा लिया। इसकी वजह से मु.न. की सब लोग मजाक उड़ाते थे।

एक दिन अब जब वे दोनों वही तालाब के पास से चल रहे थे, अब मु.न. को मौका मिला उसे चुप करानेका । तब मुल्लानी उसको पकड़ कर उसके साथ में तालाब में छलांग लगाई . फिर उससे कहा अब मुझे अकेला छोड़ दो। मैने तुम्हे डुबनेसे बचाया, अपना हिसाब बराबर। अब बार बार लोगों को मेरी बातें मत बताना।

सिख:जैसेको तैसा।

2. Mulla 3 Strange tales मुल्ला की 3 अजीब कहानियाँ कहानी 2

आप कहते हो हमारे नसीब में जो होता है भगवान करता है। सब कुछ मिल जाता है फिर मैं क्यों जाऊं जंगल में लकड़ी काटने के लिए? यह आप क्यों जाए अपना गद्धा लेकर अपना बिजनेस करने के लिए । मुझे यह बताओ कि आप स्वतंत्र है या नहीं है ? – यह उनका एक चेला उनसे कह रहा था। मु.न. ने उनसे कहा – आप अपने एक पर खड़े हो जाओ तुरंत चेले अली ने अपना एक पाँव उपर किया । फिर जैसे ही आप दूसरा पाव भी उठा लेते हो तो फिर क्या होता है ? इसका मतलब यह हुआ कि आपको एक पाव से हमेशा बंधे रहना वरना आप गिर जाओगे।

फिर आगे उनको समझाया जब आप कोई भी एक बात की आशा करते हो तब आपको अपने कर्म से हिसाब से जीना पड़ता है। लेकिन आप अगर रुकते नहीं तो आपको फिर भी एक के बाद एक कदम उठाना पड़ेगा। तभी अपना आगे चलना बना रहेगा। एक पैर है आपका नसीब – luck और दूसरा पैर जो है वह अपना इंटेलिजेंट स्मार्ट वर्क intelligent smart work है ।

सिख मु.न. के मुताबीक काम करना और अपनी डेस्टिनी, अपने फार्च्यून का एक भाग है। दोनो के तालमेलसे ही बात और जिंदगी बनेगी। लेकिन हर वक्त अपने काम से हमको पहचाना जाना चाहिए ।

3.Mulla 3 Strange tales मुल्ला की 3 अजीब कहानियां , कहानी 3

मु.न. हमेशा अपने गधे पर बैठकर एक जगह से दूसरी जगह जाता थ। ज्यादा कर उनका मुंह गधे की पूं उसकी तरफ रहता था। गधा उनको जहां खुद चाहता था ले जाता था। लेकिन लोग मु.न. पर हंसते थे । पुछते थे – पता है कि आप कहां जाने वाले हो? मुल्लाह अकसर बताते कि मेरे गधे को पता है कि मैं कहां जा रहा हूं।

इसी तरह हम भी जिंदगी में “अपना मन” नामक के एक गधे पर बैठ कर आगे बढ़ते हैं लेकिन उस समय भी हमारा अहंकार हमको यह कहता है कि मैं सब सही कर रहा हूं 13 मुल्लाने अपने गधे को छोड दिया और खुद ऊंचे पेड पर चढ़कर उसने देखने लगा । भगवान को प्रार्थना किया कि उनका गधा मिल जायें।

इस दरम्यान दो प्रेमी वहां आकर वही पेड़ के नीचे बैठकर प्रेमकी बातें करने लगे । मु.न. कंफ्यूज हो गए अगर वह पेड़ से उतरते तो कुछ रोमांटिक कपल को डिस्टर्ब करते लेकिन को उनकी बातों में बिल्कुल रस नहीं था । उन्होंने सुना – लड़का लड़की से बोल रहा था कि मेरी परी मैं आपकी आंख में पूरा ब्रह्मांड देख सकता हूं ।

तुरंत मु.न. ने मौका देखकर चिल्लाया – अगर तुम देख सकते हो तो मेरे गधे को भी देख सकते हो। तो मुझे बताओ कि मेरा गधा कहां है? मैं सुबह से उसे ढूंढ रहा हूं। लड़के का ध्यान पर उनकी तरफ गया और जोड़ी शरमा गई, और वहां से चल दी। लेकिन उन को समझाने की जरूरत नहीं है ब्रह्मांड की बात कर रहे हो।

मु.न. ने तय किया कि उनको एक नया गधा लेना पड़ेगा और बाजार जाकर उसने बहुत ही बेहतरीन गधा चुन लिया । उसके गले में रस्सी बांधकर अपने घर की तरफ लेकर जा रहा था । रास्ते में उनको दो चोर मिले ।

एक चीटर बोला – उनका गद्धा छीन लेना है । एक आदमी उसके पास चलते हुए आया और उनको बातोमे उलजाया। जब मु.न. का ध्यान नहीं था तब उसने रस्सी को उड़ा दी , अपने गलेमे डाल दी और दूसरा आदमी उस गधे को लेकर रफूचक्कर हो गया । उसने गधे को ओरिजिनल ऑनर के पास जाकर उसको बेच दिया ।

चोरने उनको कहा कि मुल्लाने तो यह गद्धा आपको वापस किया कयों कि उनका गद्धा मिल गया है। आपको आप उसके कृपा करके हमें पैसा दीजिए। यह गधा आप ही रखिए और उसमें से जो पैसा आपको ठीक लगे हमको दे दीजिए । व्यापारी ने फायदे का सौदा देखा।

मालिकने दस दीनार उसमें से कम कर दी और फिर उनको बाकी के पैसे दे दिए। और अपना गद्वाधा वापिस ले लिया। मु.न. घर पहुंचा तो देखा अपने गधे की जगह वहां पर तो उसको उल्लू बनाने वाला आदमी खडा है ।उसने कहा – मैं अपनी पूज्य मां को बहुत सताता था इसीलिए भगवान ने मुझे सझा दिया और मुझे एक गद्धा बना दिया ।लेकिन जैसे मैं धीरे-धीरे अपने आप में सुधार लाया, तो वापस मै आदमी बन गया ।

मैं आपके लिए क्या कर सकता हूं? मुं.न. को उनकी बहुत दया आई और मु.न.ने कहा – चले जाओ आप आझाद हो । अपनी मां को मानो और मैं आपको छोड़ रहा हूं । मां को सताना मत।

फिर वह से बाजार व्अयापारी के पास गये । उन्होंने देखा कि जिससे उसने पहले वाला गधा खरीद किया था ।

वही आदमी उसके जैसा ही खराब तो बुलाने जाकर उस गधे के कान में कहा- के तुमने फिर से शायद अपनी मां की मुश्किलें बढ़ा दी है तो तुम्हे को फिर से गधा बनना पड़ा । Mulla 3 Strange tales tell them to others and follow us.

मुल्ला की 3 अजीब कहानियां सिख: आपको हमेशा एक ही तरह से नहीं सोचना है और ना ही हजार तरीकों से सोच कर अपने आप को कंफ्यूज करना है। लेकिन आपको जो जरूरी सोच है वह करके अपने मन को करना है और बातोंको सरल बनाना है।

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